महाभारतम् — 11.24.8
Original
Segmented
श्वापदैः भक्ष्यमाणम् त्वम् अहो दिष्ट्या न पश्यसि छिन्न-बाहुम् नर-व्याघ्रम् अर्जुनेन निपातितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्वापदैः | श्वापद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भक्ष्यमाणम् | भक्षय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अहो | अहो | pos=i |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| पश्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| छिन्न | छिद् | pos=va,comp=y,f=part |
| बाहुम् | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| व्याघ्रम् | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अर्जुनेन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| निपातितम् | निपातय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |