महाभारतम् — 11.27.15
Original
Segmented
यस्य बाहु-प्रतापेन तापिताः सर्वतो वयम् तम् अग्निम् इव वस्त्रेण कथम् छादितवत्य् यस्य बाहु-बलम् घोरम् धार्तराष्ट्रैः उपासितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
| प्रतापेन | प्रताप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तापिताः | तापय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| वस्त्रेण | वस्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| छादितवत्य् | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| धार्तराष्ट्रैः | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| उपासितम् | उपास् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |