महाभारतम् — 11.4.5
Original
Segmented
योनि-द्वारम् उपागम्य बहून् क्लेशान् समृच्छति योनि-सम्पीडनात् च एव पूर्व-कर्मभिः अन्वितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| योनि | योनि | pos=n,comp=y |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपागम्य | उपागम् | pos=vi |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| क्लेशान् | क्लेश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| समृच्छति | समृछ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| योनि | योनि | pos=n,comp=y |
| सम्पीडनात् | सम्पीडन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
| कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |