महाभारतम् — 11.5.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच यद् इदम् धर्म-गहनम् बुद्ध्या समनुगम्यते एतद् विस्तरशः सर्वम् बुद्धि-मार्गम् प्रशंस मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| गहनम् | गहन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| समनुगम्यते | समनुगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विस्तरशः | विस्तरशः | pos=i |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
| मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रशंस | प्रशंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |