महाभारतम् — 11.9.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच गते भगवति व्यासे धृतराष्ट्रो महीपतिः किम् अचेष्टत विप्रर्षे तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| भगवति | भगवत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| व्यासे | व्यास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महीपतिः | महीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अचेष्टत | चेष्ट् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| विप्रर्षे | विप्रर्षि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |