महाभारतम् — 11.9.2
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एतत् श्रुत्वा नर-श्रेष्ठ चिरम् ध्यात्वा तु अचेतनः संजयम् योजयेत् युक्त्वाय विदुरम् प्रत्यभाषत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| ध्यात्वा | ध्या | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| अचेतनः | अचेतन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| संजयम् | संजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| योजयेत् | योजय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| युक्त्वाय | युज् | pos=vi |
| विदुरम् | विदुर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रत्यभाषत | प्रतिभाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |