महाभारतम् — 12.10.25
Original
Segmented
एते हि नित्य-संन्यासाः दृश्यन्ते निरुपद्रवाः अपरिग्रहवत् च सततम् च आत्म-चारिणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| नित्य | नित्य | pos=a,comp=y |
| संन्यासाः | संन्यास | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दृश्यन्ते | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| निरुपद्रवाः | निरुपद्रव | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| अपरिग्रहवत् | अपरिग्रहवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| चारिणः | चारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |