महाभारतम् — 12.10.28
Original
Segmented
अवेक्षस्व यथा स्वैः स्वैः कर्मभिः व्यापृतम् जगत् तस्मात् कर्म एव कर्तव्यम् न अस्ति सिद्धिः अकर्मणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अवेक्षस्व | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यथा | यथा | pos=i |
| स्वैः | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| स्वैः | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| व्यापृतम् | व्यापृत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सिद्धिः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अकर्मणः | अकर्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |