महाभारतम् — 12.101.3
Original
Segmented
निर्मर्यादा दस्यवः तु भवन्ति परिपन्थिनः तेषाम् प्रतिविघात-अर्थम् प्रवक्ष्यामि अथ नैगमम् कार्याणाम् सम्प्रसिद्धि-अर्थम् तान् उपायान् निबोध मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्मर्यादा | निर्मर्याद | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| दस्यवः | दस्यु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| परिपन्थिनः | परिपन्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रतिविघात | प्रतिविघात | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रवक्ष्यामि | प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| अथ | अथ | pos=i |
| नैगमम् | नैगम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कार्याणाम् | कार्य | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| सम्प्रसिद्धि | सम्प्रसिद्धि | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपायान् | उपाय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| निबोध | निबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |