महाभारतम् — 12.101.37
Original
Segmented
श्रियम् जानीत धर्मस्य मूलम् सर्व-सुखस्य च सा भीरूणाम् परान् याति शूरः ताम् अधिगच्छति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| जानीत | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| सुखस्य | सुख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भीरूणाम् | भीरु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अधिगच्छति | अधिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |