महाभारतम् — 12.103.30
Original
Segmented
विजित्य क्षममाणस्य यशो राज्ञो ऽभिवर्धते महा-अपराधाः हि अपि अस्मिन् विश्वसन्ति हि शत्रवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विजित्य | विजि | pos=vi |
| क्षममाणस्य | क्षम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| यशो | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ऽभिवर्धते | अभिवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| अपराधाः | अपराध | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विश्वसन्ति | विश्वस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| शत्रवः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |