महाभारतम् — 12.104.38
Original
Segmented
यदा बहुविधाम् वृद्धिम् मन्यते प्रतिलोमतः तदा विवृत्य प्रहरेद् दस्यूनाम् अविचारयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| बहुविधाम् | बहुविध | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| वृद्धिम् | वृद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| मन्यते | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रतिलोमतः | प्रतिलोम | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| विवृत्य | विवृ | pos=vi |
| प्रहरेद् | प्रहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| दस्यूनाम् | दस्यु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अविचारयन् | अविचारयत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |