महाभारतम् — 12.104.4
Original
Segmented
अहितेषु कथम् ब्रह्मन् वर्तयेयम् अतन्द्रितः असमुच्छिद्य चैवेनान् नियच्छेयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहितेषु | अहित | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वर्तयेयम् | वर्तय् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| अतन्द्रितः | अतन्द्रित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| असमुच्छिद्य | असमुच्छिद्य | pos=i |
| चैवेनान् | नियम् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| नियच्छेयम् | उपाय | pos=n,g=m,c=5,n=s |