महाभारतम् — 12.104.44
Original
Segmented
इन्द्र उवाच कानि लिङ्गानि दुष्टस्य भवन्ति द्विजसत्तम कथम् दुष्टम् विजानीयाद् एतत् पृष्टो ब्रवीहि मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कानि | क | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| लिङ्गानि | लिङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| दुष्टस्य | दुष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| द्विजसत्तम | द्विजसत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| दुष्टम् | दुष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| विजानीयाद् | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पृष्टो | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ब्रवीहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |