महाभारतम् — 12.104.9
Original
Segmented
प्रियम् एव वदेत् नित्यम् न अप्रियम् किंचिद् आचरेत् विरमेत् शुष्क-वैरेभ्यः कण्ठ-आयासम् च वर्जयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| वदेत् | वद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आचरेत् | आचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| विरमेत् | विरम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| शुष्क | शुष्क | pos=a,comp=y |
| वैरेभ्यः | वैर | pos=n,g=n,c=5,n=p |
| कण्ठ | कण्ठ | pos=n,comp=y |
| आयासम् | आयास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| वर्जयेत् | वर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |