महाभारतम् — 12.105.27
Original
Segmented
मुनिः उवाच अनागतम् अतीतम् च यथा तथ्य-विनिश्चयात् न अनुशोचसि कौसल्य सर्व-अर्थेषु तथा भव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अनागतम् | अनागत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अतीतम् | अतीत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| तथ्य | तथ्य | pos=a,comp=y |
| विनिश्चयात् | विनिश्चय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| अनुशोचसि | अनुशुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कौसल्य | कौसल्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अर्थेषु | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |