महाभारतम् — 12.106.5
Original
Segmented
मुनिः उवाच हित्वा स्तम्भम् च मानम् च क्रोध-हर्षौ भयम् तथा प्रत्यमित्रम् निषेवस्व प्रणिपत्य कृताञ्जलिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| स्तम्भम् | स्तम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| हर्षौ | हर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| प्रत्यमित्रम् | प्रत्यमित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| निषेवस्व | निषेव् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| प्रणिपत्य | प्रणिपत् | pos=vi |
| कृताञ्जलिः | कृताञ्जलि | pos=a,g=m,c=1,n=s |