महाभारतम् — 12.106.6
Original
Segmented
तम् उत्तमेन शौचेन कर्मणा च अभिराधय दातुम् अर्हति ते वृत्तिम् वैदेहः सत्य-संगरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उत्तमेन | उत्तम | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| शौचेन | शौच | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिराधय | अभिराधय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| दातुम् | दा | pos=vi |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वैदेहः | वैदेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| संगरः | संगर | pos=n,g=m,c=1,n=s |