महाभारतम् — 12.110.17
Original
Segmented
स्व-शरीर-उपरोधेन वरम् आदातुम् इच्छतः सत्य-सम्प्रतिपत्ति-अर्थम् ये ब्रूयुः साक्षिणः क्वचित् तत्र तद् वाच्यम् सर्वे ते अनृत-वादिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| शरीर | शरीर | pos=n,comp=y |
| उपरोधेन | उपरोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आदातुम् | आदा | pos=vi |
| इच्छतः | इष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
| सम्प्रतिपत्ति | सम्प्रतिपत्ति | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ब्रूयुः | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| साक्षिणः | साक्षिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वाच्यम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अनृत | अनृत | pos=n,comp=y |
| वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |