महाभारतम् — 12.113.13
Original
Segmented
यदा तु अबुध्यत् आत्मानम् भक्ष्यमाणम् स वै पशुः तदा संकोचने यत्नम् अकरोद् भृश-दुःखितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| अबुध्यत् | बुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भक्ष्यमाणम् | भक्षय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| पशुः | पशु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| संकोचने | संकोचन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यत्नम् | यत्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अकरोद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| दुःखितः | दुःखित | pos=a,g=m,c=1,n=s |