महाभारतम् — 12.113.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच हन्त ते ऽहम् प्रवक्ष्यामि शृणु कार्य-एक-निश्चयम् यथा राज्ञा इह कर्तव्यम् यत् च कृत्वा सुखी भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रवक्ष्यामि | प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
| एक | एक | pos=n,comp=y |
| निश्चयम् | निश्चय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |