महाभारतम् — 12.117.7
Original
Segmented
ते सुख-प्रश्न-दाः सर्वे भवन्ति क्षतज-अशनाः तस्य ऋषेः शिष्य-वत् च एव न्यग्भूताः प्रिय-कारिणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| प्रश्न | प्रश्न | pos=n,comp=y |
| दाः | द | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| क्षतज | क्षतज | pos=n,comp=y |
| अशनाः | अशन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ऋषेः | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शिष्य | शिष्य | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| न्यग्भूताः | न्यग्भूत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| कारिणः | कारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |