महाभारतम् — 12.124.24
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच आत्मनः तु ततः श्रेयो भार्गवात् सु महा-यशाः ज्ञानम् आगमयत् प्रीत्या पुनः स परम-द्युतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| श्रेयो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भार्गवात् | भार्गव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आगमयत् | आगमय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| प्रीत्या | प्रीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| द्युतिः | द्युति | pos=n,g=m,c=1,n=s |