महाभारतम् — 12.124.31
Original
Segmented
ब्राह्मणो ऽपि यथान्यायम् गुरु-वृत्तिम् अनुत्तमाम् चकार सर्व-भावेन यद्वत् स मनसा इच्छति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अनुत्तमाम् | अनुत्तम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| भावेन | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| यद्वत् | यद्वत् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| इच्छति | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |