महाभारतम् — 12.124.33
Original
Segmented
प्रह्राद उवाच न असूयामि द्विजश्रेष्ठ राजा अस्मि इति कदाचन कव्यानि वदताम् तात संयच्छामि वहामि च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रह्राद | प्रह्राद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| असूयामि | असूय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| द्विजश्रेष्ठ | द्विजश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| कदाचन | कदाचन | pos=i |
| कव्यानि | कव्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वदताम् | वद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| संयच्छामि | संयम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| वहामि | वह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |