महाभारतम् — 12.124.8
Original
Segmented
किमर्थम् तप्यसे पुत्र श्रोतुम् इच्छामि तत्त्वतः श्रुत्वा त्वाम् अनुनेष्यामि यदि सम्यग् भविष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| किमर्थम् | किमर्थम् | pos=i |
| तप्यसे | तप् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अनुनेष्यामि | अनुनी | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| यदि | यदि | pos=i |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| भविष्यसि | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |