महाभारतम् — 12.125.31
Original
Segmented
आशावान् पुरुषो यः स्याद् अन्तरिक्षम् अथ अपि वा किम् नु ज्यायस्तरम् लोके महा-त्वात् प्रतिभाति वः एतद् इच्छामि तत्त्वेन श्रोतुम् किम् इह दुर्लभम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आशावान् | आशावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पुरुषो | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अन्तरिक्षम् | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नु | नु | pos=i |
| ज्यायस्तरम् | ज्यायस्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| प्रतिभाति | प्रतिभा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |