महाभारतम् — 12.128.42
Original
Segmented
एवम् कोशस्य महतो ये नराः परिपन्थिनः तान् अहत्वा न पश्यामि सिद्धिम् अत्र परंतप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| कोशस्य | कोश | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महतो | महत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| परिपन्थिनः | परिपन्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अहत्वा | अहत्वा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |