महाभारतम् — 12.133.21
Original
Segmented
ये हि राष्ट्र-उपरोधेन वृत्तिम् कुर्वन्ति केचन तद् एव ते ऽनु मीयन्ते कुणपम् कृमयो यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| राष्ट्र | राष्ट्र | pos=n,comp=y |
| उपरोधेन | उपरोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कुर्वन्ति | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| केचन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽनु | अनु | pos=i |
| मीयन्ते | मा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कुणपम् | कुणप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृमयो | कृमि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यथा | यथा | pos=i |