महाभारतम् — 12.133.6
Original
Segmented
अपि अनेक-शताः सेना एक एव जिगाय सः स वृद्धौ अन्ध-पितरौ महा-अरण्ये ऽभ्यपूजयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपि | अपि | pos=i |
| अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
| शताः | शत | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| सेना | सेना | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| एक | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| जिगाय | जि | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सः | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वृद्धौ | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=d |
| अन्ध | अन्ध | pos=a,comp=y |
| पितरौ | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| अरण्ये | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽभ्यपूजयत् | अभिपूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |