महाभारतम् — 12.133.8
Original
Segmented
आरण्यकान् प्रव्रजितान् ब्राह्मणान् परिपालयन् अपि तेभ्यो मृगान् हत्वा निनाय च महा-वने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आरण्यकान् | आरण्यक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| प्रव्रजितान् | प्रव्रज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| परिपालयन् | परिपालय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| तेभ्यो | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| मृगान् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| हत्वा | हन् | pos=vi |
| निनाय | नी | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| च | च | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |