महाभारतम् — 12.136.101
Original
Segmented
श्रुतम् मे तव मार्जार स्वम् अर्थम् परिगृह्णतः मे अपि त्वम् विजानीहि स्वम् अर्थम् परिगृह्णतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मार्जार | मार्जार | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परिगृह्णतः | परिग्रह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| विजानीहि | विज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परिगृह्णतः | परिग्रह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |