महाभारतम् — 12.136.123
Original
Segmented
यानि मे सन्ति मित्राणि ये च मे सन्ति बान्धवाः सर्वे त्वाम् पूजयिष्यन्ति शिष्या गुरुम् इव प्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यानि | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मित्राणि | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| बान्धवाः | बान्धव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| पूजयिष्यन्ति | पूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| शिष्या | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| गुरुम् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |