महाभारतम् — 12.136.153
Original
Segmented
तस्मात् न अहम् चले स्व-अर्थतः सुस्थितः संधि-विग्रहे अभ्राणाम् इव रूपाणि विकुर्वन्ति क्षणे क्षणे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| चले | चल् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| अर्थतः | अर्थ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सुस्थितः | सुस्थित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| संधि | संधि | pos=n,comp=y |
| विग्रहे | विग्रह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अभ्राणाम् | अभ्र | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| रूपाणि | रूप | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| विकुर्वन्ति | विकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| क्षणे | क्षण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| क्षणे | क्षण | pos=n,g=m,c=7,n=s |