महाभारतम् — 12.136.161
Original
Segmented
संमन्ये ऽहम् तव प्रज्ञाम् यत् मोक्षात् प्रत्यनन्तरम् भक्ष्यम् मृगयसे नूनम् सुख-उपायम् असंशयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संमन्ये | सम्मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रज्ञाम् | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मोक्षात् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| प्रत्यनन्तरम् | प्रत्यनन्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| भक्ष्यम् | भक्ष्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मृगयसे | मृगय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| उपायम् | उपाय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| असंशयम् | असंशयम् | pos=i |