महाभारतम् — 12.136.172
Original
Segmented
ऐश्वर्य-धन-रत्नानाम् प्रत्यमित्रे ऽपि तिष्ठताम् दृष्टा हि पुनः आवृत्तिः जीवताम् इति नः श्रुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऐश्वर्य | ऐश्वर्य | pos=n,comp=y |
| धन | धन | pos=n,comp=y |
| रत्नानाम् | रत्न | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| प्रत्यमित्रे | प्रत्यमित्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| तिष्ठताम् | स्था | pos=va,g=n,c=6,n=p,f=part |
| दृष्टा | दृश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आवृत्तिः | आवृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| जीवताम् | जीव् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |