महाभारतम् — 12.136.71
Original
Segmented
उदारम् यद् भवान् आह न एतत् चित्रम् भवद्विधे विदितो यः तु मार्गो मे हित-अर्थम् शृणु तम् मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उदारम् | उदार | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| चित्रम् | चित्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| भवद्विधे | भवद्विध | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| विदितो | विद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| मार्गो | मार्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हित | हित | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |