महाभारतम् — 12.137.76
Original
Segmented
यः च तिक्तम् कषायम् वा अपि आस्वाद-विधुरम् हितम् आहारम् कुरुते नित्यम् सो अमृत-त्वाय कल्पते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तिक्तम् | तिक्त | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कषायम् | कषाय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| आस्वाद | आस्वाद | pos=n,comp=y |
| विधुरम् | विधुर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| हितम् | हित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आहारम् | आहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अमृत | अमृत | pos=a,comp=y |
| त्वाय | त्व | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |