महाभारतम् — 12.137.84
Original
Segmented
नित्यम् बुद्धिमतो हि अर्थः सु अल्पकः ऽपि विवर्धते दाक्ष्येण कुरुते कर्म संयमात् प्रतितिष्ठति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| बुद्धिमतो | बुद्धिमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| अल्पकः | अल्पक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| विवर्धते | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दाक्ष्येण | दाक्ष्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| संयमात् | संयम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| प्रतितिष्ठति | प्रतिष्ठा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |