महाभारतम् — 12.138.13
Original
Segmented
वाच्-मात्रेण विनीतः स्यात् हृदयेन यथा क्षुरः श्लक्ष्ण-पूर्व-अभिभाषी च काम-क्रोधौ विवर्जयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
| मात्रेण | मात्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| विनीतः | विनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| हृदयेन | हृदय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| क्षुरः | क्षुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्लक्ष्ण | श्लक्ष्ण | pos=a,comp=y |
| पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
| अभिभाषी | अभिभाषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| क्रोधौ | क्रोध | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| विवर्जयेत् | विवर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |