महाभारतम् — 12.138.21
Original
Segmented
कोकिलस्य वराहस्य मेरोः शून्यस्य वेश्मनः व्याडस्य भक्ति-चित्रस्य यत् श्रेष्ठम् तत् समाचरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कोकिलस्य | कोकिल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वराहस्य | वराह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मेरोः | मेरु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शून्यस्य | शून्य | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| वेश्मनः | वेश्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| व्याडस्य | व्याड | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भक्ति | भक्ति | pos=n,comp=y |
| चित्रस्य | चित्र | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समाचरेत् | समाचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |