महाभारतम् — 12.138.46
Original
Segmented
अवधानेन मौनेन काषायेण जटा-अजिनैः विश्वासयित्वा द्वेष्टारम् अवलुम्पेद् यथा वृकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अवधानेन | अवधान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| मौनेन | मौन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| काषायेण | काषाय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| जटा | जटा | pos=n,comp=y |
| अजिनैः | अजिन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| विश्वासयित्वा | विश्वासय् | pos=vi |
| द्वेष्टारम् | द्वेष्टृ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अवलुम्पेद् | अवलुप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| यथा | यथा | pos=i |
| वृकः | वृक | pos=n,g=m,c=1,n=s |