महाभारतम् — 12.138.50
Original
Segmented
न अछित्त्वा पर-मर्माणि न अकृत्वा कर्म दारुणम् न अहत्वा मत्स्यघाती इव प्राप्नोति परमाम् श्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| अछित्त्वा | अछित्त्वा | pos=i |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| मर्माणि | मर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| अकृत्वा | अकृत्वा | pos=i |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दारुणम् | दारुण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| अहत्वा | अहत्वा | pos=i |
| मत्स्यघाती | मत्स्यघातिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |