महाभारतम् — 12.138.54
Original
Segmented
प्रहरिष्यन् प्रियम् ब्रूयात् प्रहृत्य अपि प्रिय-उत्तरम् अपि च अस्य शिरः छित्त्वा रुद्यात् शोचेत् अथ अपि वा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रहरिष्यन् | प्रहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| प्रहृत्य | प्रहृ | pos=vi |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| उत्तरम् | उत्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| छित्त्वा | छिद् | pos=vi |
| रुद्यात् | रुद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| शोचेत् | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अथ | अथ | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |