महाभारतम् — 12.142.18
Original
Segmented
यः तु धर्मम् यथाशक्ति गृहस्थो हि अनुवर्तते स प्रेत्य लभते लोकान् अक्षयान् इति शुश्रुम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यथाशक्ति | यथाशक्ति | pos=i |
| गृहस्थो | गृहस्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अनुवर्तते | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अक्षयान् | अक्षय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| शुश्रुम | श्रु | pos=v,p=1,n=p,l=lit |