महाभारतम् — 12.143.5
Original
Segmented
सो ऽहम् त्यक्ष्ये प्रियान् प्राणान् पुत्र-दारम् विसृज्य च उपदिष्टो हि मे धर्मः कपोतेन अति धर्मिना
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्यक्ष्ये | त्यज् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| प्रियान् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| दारम् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विसृज्य | विसृज् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| उपदिष्टो | उपदिश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कपोतेन | कपोत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अति | अति | pos=i |
| धर्मिना | धर्मिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |