महाभारतम् — 12.145.17
Original
Segmented
यः च इदम् शृणुयात् नित्यम् यः च इदम् परिकीर्तयेत् न अशुभम् विद्यते तस्य मनसा अपि प्रमाद्यतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शृणुयात् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परिकीर्तयेत् | परिकीर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| न | न | pos=i |
| अशुभम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रमाद्यतः | प्रमद् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |