महाभारतम् — 12.147.12
Original
Segmented
न च उपलभते तत्र न च कार्याणि पश्यति निर्विण्ण-आत्मा परोक्षो वा धिक्कृतः सर्व-साधुषु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| उपलभते | उपलभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| कार्याणि | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| पश्यति | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| निर्विण्ण | निर्विण्ण | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परोक्षो | परोक्ष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| धिक्कृतः | धिक्कृत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| साधुषु | साधु | pos=a,g=m,c=7,n=p |