महाभारतम् — 12.148.2
Original
Segmented
अनुगृह्णन्ति भूतानि स्वेन वृत्तेन पार्थिव कृत्स्ने नूनम् सत्-असती इति लोको व्यवस्यति यत्र त्वम् तादृशो भूत्वा धर्मम् अद्य अनुपश्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनुगृह्णन्ति | अनुग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| स्वेन | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| वृत्तेन | वृत्त | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कृत्स्ने | कृत्स्न | pos=a,g=n,c=1,n=d |
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| सत् | अस् | pos=va,comp=y,f=part |
| असती | असत् | pos=a,g=n,c=1,n=d |
| इति | इति | pos=i |
| लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्यवस्यति | व्यवसा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तादृशो | तादृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| अनुपश्यसि | अनुपश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |