महाभारतम् — 12.148.22
Original
Segmented
विकर्मणा तप्यमानः पादात् पापस्य मुच्यते न एतत् कार्यम् पुनः इति द्वितीयात् परिमुच्यते चरिष्ये धर्मम् एव इति तृतीयात् परिमुच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विकर्मणा | विकर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तप्यमानः | तप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पादात् | पाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| पापस्य | पाप | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| मुच्यते | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| द्वितीयात् | द्वितीय | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| परिमुच्यते | परिमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| चरिष्ये | चर् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| तृतीयात् | तृतीय | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| परिमुच्यते | परिमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |